ठगों ने रोजगार कार्यालय खोलकर लोगों से हड़पे लाखों रुपये, अब हो गए रफूचक्कर


M. C. Meena
हैलो सरकार क्राइम रिपोर्टर


जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के बजाज नगर थाना इलाके में ठगों द्वारा रोजगार कार्यालय खोल एक युवक की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इतना ही नहीं, ठगी का शिकार हुआ युवक जब शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा तो पुलिस में शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के आदेश के बाद बजाज नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई।


पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पशुपतिनाथ कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय धन्नाराम ने ठगी का मामला दर्ज करवाया है। धन्नाराम का बेटा शंकर नगर निगम के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रह करने वाली बीवीजी कंपनी में गाड़ी चलाने का काम करता है। शंकर के साथ काम करने वाले राहुल व कुलदीप ने उसे बताया कि गोपालपुरा बाइपास पर ई-मित्र चलाने वाला अभिषेक सोनी रोजगार कार्यालय भी चलाता है। उन्होंने बताया कि अभिषेक बेरोजगार युवकों की सरकारी नौकरी लगाने का काम करता है, जि पर शंकर गोपालपुरा बायपास जाकर अभिषेक से मिला। जहां अभिषेक और उसके पिता गिर्राज सोनी ने शंकर को नगर निगम सरकारी नौकरी लगाने का आश्वासन देकर 3 लाख रुपयों की डिमांड की।
पीड़ित पिता-पुत्र की बातों में आकर शंकर ने 7 जनवरी को 1.50 लाख रुपये गोपालपुरा बायपास स्थित रोजगार कार्यालय में जाकर अभिषेक को दिए। वहीं, शेष 1.50 लाख रुपये 17 जनवरी को अभिषेक के घर जाकर उसके पिता गिर्राज सोनी को दिए। शंकर का विश्वास जीतने के लिए अभिषेक ने अपने बैंक खाते का हस्ताक्षर किया हुआ एक ब्लैंक चेक और 500 रुपये का स्टांप बनाकर शंकर को दिया। साथ ही इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त किया कि उसकी जल्द ही सरकारी नौकरी लग जाएगी और यदि नहीं लगती है तो उसे 3 लाख रुपये वापस लौटा दिए जाएंगे।
ठगों का घिनौना कर्म उस समय उजागर हुआ जब 3 लाख रुपये देने के 15 दिन बाद जब शंकर ने अभिषेक से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन बंद आया। इस पर शंकर जब अभिषेक के गोपालपुरा स्थित रोजगार कार्यालय पहुंचा तो वहां पर ताला लगा हुआ मिला और घर पर भी ताला लगा हुआ मिला। जब शंकर ने आसपास पड़ताल की तो पता चला कि दोनों पिता- बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की राशि हड़प कर फरार हो गए हैं। ठगी का शिकार होने के बाद जब शंकर ने बजाज नगर थाने पहुंच – पुत्र कई शिकायत दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। इसके बाद शंकर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के दखल के बाद शनिवार रात बजाज नगर थाने में अभिषेक व गिर्राज के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया गया। फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश करना शुरू किया है।
पुलिस पर सवालिया निशान इस बात का पैदा होता है कि जब ठगी का शिकार बेरोजगार पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की। किस प्रकार ठग्गू एवं पुलिस की मिलीभगत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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