सोनिया मीणा की दबंगता से घबराई मध्यप्रदेश सरकार : चार घंटे में किया तबादला निरस्त

रविप्रकाश जोरवाल
हैलो सरकार ब्यूरो चीफ


जयपुर / भोपाल। हिम्मत, मेहनत और लगन किसी के मोहताज नहीं होते। भले ही सरकार किसी के दबाव में आकर प्राइम पोस्टिंग से बर्फ की पोस्टिंग में लगा दे। उससे ऐसे अधिकारियों पर कोई भी फर्क नहीं पड़ता है। हालांकि भारत में सोनिया मीणा जैसी दबंग आईएएस ऑफिसर विरले ही देखने को मिलते है।
गौरतलब है कि रविवार दोपहर को तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी सोनिया मीणा को मध्य प्रदेश सरकार ने नवगठित जिला मऊगंज का जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया। जैसे ही खनन माफियाओं को मऊगंज की जिला कलेक्टर सोनिया मीणा को बनाए जाने की सूचना मिली तो सारे खनन माफियाओं में अफरा-तफरी मच गई। सारे खनन माफियाओं के फोन धनाधन बजने लगे। खनन माफियाओं के फोनों की झन्कार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कानों तक पहुंची। सिर पर चुनाव देखकर शिवराज सिंह की सरकार सख्ते में आ गई और तुरंत चार घंटे के अंदर-अंदर सोनिया मीणा का तबादला निरस्त करना पडा।

सोनिया मीणा की दबंगता के चलते 4 घंटे में तबादला हुआ निरस्त


आपको बता दें, सोनिया मीणा को दबंगता विरासत में मिली थी। सोनिया मीणा के पिता टीकाराम मीणा भी केरल कैडर के आईएएस अधिकारी रहे थे। श्री टीकाराम मीणा केरल सरकार की मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने भी अपनी पूरी सेवा के दौरान दबंगता से अपने कर्तव्यों को बखूबी से निभाया। उन्होंने कभी भी नेताओं की चापलूसी करके नौकरी नहीं की। यहां तक कि टीकाराम मीणा दबंगता के चलते कई बार केरल के मुख्यमंत्री तथा मंत्रिमंडल से भी भिड गए।

पूर्व आईएएस अधिकारी टीकाराम मीणा तथा उनकी बेटी सोनिया मीणा


कौन है सोनिया मीणा
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी श्री टीकाराम मीणा की बड़ी बेटी सोनिया मीणा हैं, जिन्होंने वर्ष 2013 में यूपीएससी की सिविल सर्विसेज एग्जाम में 36वीं रैंक हासिल करके भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी बनी। सुश्री सोनिया मीणा को मध्यप्रदेश कैडर अलॉट हुआ था। सोनिया मीणा की पहचान एक सुलझे और तेज-तर्रार अफसर के रूप में मानी जाती है। सोनिया अक्सर अपने कामों को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं।

अनूपपुर जिला कलेक्टर के पद पर कार्य करते हुए सोनिया मीणा
सन 2017 में खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करते हुए सोनिया मीणा


मध्यप्रदेश राज्य में सोनिया मीणा की सेवाएं
सोनिया मीणा 2013 से मध्यप्रदेश के कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। इसमें बतौर एसडीएम, एडीएम, जिला पंचायत सीईओ और अनूपपुर जिले में कलेक्टर के तौर पर पदस्थ रह चुकी हैं। साल 2017 में छतरपुर जिले के राजनगर में एसडीएम रहते हुए खनन माफिया अर्जुन सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चा में आई थीं। जिन जगहों पर सोनिया मीणा की पोस्टिंग होती है वहां खनन, शराब माफिया ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते हैं।

तबादला होने पर चिंतन करती हुई सोनिया मीणा


अभी हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने मऊगंज को 53वां जिला बनाया है। इसे लेकर गजट प्रकाशित हो गया है। साथ ही सरकार ने मऊगंज में एसपी और कलेक्टर की नियुक्ति कर दी है। आईएएस सोनिया मीना को यहां का कलेक्टर बनाया गया। सोनिया मीणा की दबंगता के चलते मध्यप्रदेश सरकार को चार घंटे बाद ही उनका तबादला निरस्त करना पड़ा। सोनिया मीणा की जगह अजय श्रीवास्तव को नियुक्ति दी है। जबकि सोनिया मीणा को अजय श्रीवास्तव की जगह आदिवासी विकास विभाग में अपर आयुक्त के पद पर नियुक्ति दी है। सोनिया मीणा सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रह कर युवाओं को मोटिवेट भी करती रहती हैं।