ईमानदारी आज भी जिंदा :: भ्रष्टाचारियों को गाल पर तमाचा जैसा हुआ अहसास

रवि प्रकाश जोरवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख

जयपुर। जयपुर के मशहूर सिटी पार्क के गार्ड श्री धारासिंह ने सोमवार सुबह अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए नोटों से भरा हुआ पर्स और मोबाइल फोन मालिक को लौटाकर अनूठी मिसाल कायम की। यह उदाहरण भ्रष्टाचारियों के गाल पर तमाचा से कम नहीं है क्योंकि भ्रष्टाचारी जायज काम को भी लटकाए रहते हैं।

आवासन आयुक्त में 500-500 रुपए का दिया ईनाम

आवासन आयुक्त श्री पवन अरोड़ा ने पार्क में आने वाले आगंतुकों को खोया हुआ कीमती सामान लौटने वाले सभी गार्डों को मुख्यालय बुलाकर उनकी पीठ थपथपाई और 500-500 रुपए का नगद पुरस्कार भी दिया। उन्होंने कहा कि सिटी पार्क में कार्यरत संपूर्ण स्टाफ पूरी सजगता, ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ आमजन की सेवा कर रहा है। इनकी ईमानदारी का जज्बा काबिले तारीफ है।

इनाम की राशि प्राप्त करते हुए सिक्योरिटी गार्ड



किसके थे नोटों का भरा हुआ फर्श और मोबाइल

सिटी पार्क के उप आवासन आयुक्त श्री केके दीक्षित ने बताया कि सोमवार को मानसरोवर निवासी श्रीमती दीपा कौर सिटी पार्क में घूमने आई थी। इस दौरान श्रीमती कौर का पर्स कहीं गिर गया। जिसमें उनका मोबाइल और रूपए रखे हुए थे। डयूटी पर उपस्थित गार्ड श्री धारा सिंह को यह पर्स मिला। उन्होंने बिना देरी किए पार्क मैनेजमेंट को सूचना दी। मैनेजमेंट द्वारा सार्वजनिक रूप से अनाउंसमेंट करवाया और सही व्यक्ति की पहचान कर उन्हें पर्स लौटा दिया गया।

श्री दीक्षित ने बताया कि इससे पहले भी गार्ड सुपरवाइजर श्री राजवीर सिंह ने आगंतुक को आईफोन और गार्ड श्री सत्यवीर सिंह और श्री मूलीराम ने भी आगंतुकों के खोए हुए मोबाइल फोन, दस्तावेज और पर्स लौटाकर ईमानदारी को जिंदा रखने की कोशिश की है।

इस अवसर पर सचिव श्रीमती अल्पा चौधरी, अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता श्री अमित अग्रवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।