रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर : ‘बाबा’ के नाम से मशहूर राजस्थान से बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने जयपुर भाजपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस कर राजस्थान सरकार पर वादा खिलाफी का जमकर आरोप लगाया।
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मीणा ने कांग्रेस के घोषणापत्र का हवाला देते हुए बताया कि कांग्रेस राजस्थान में ऐसे-ऐसे वादे करके सत्ता में आई जिससे युवा, किसान और व्यापारी को भ्रम में पड गया। लेकिन उन वादों पर गहलोत सरकार खरी नहीं उतरी। इसी का जवाब देने के लिए हमारी पार्टी जनआक्रोश यात्रा निकाल रही है।

कांग्रेस के घोषणा पत्र का खुलासा करते हुए किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र के पेज नंबर 36 के पैरा 37 में लिखा था कि सांप्रदायिकता और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे। परंतु गहलोत के राज में सब कुछ उल्टा हो गया। उदाहरण के लिए करौली से लेकर जोधपुर और भीलवाड़ा से लेकर उदयपुर तक के किसी भी मामले में राजस्थान सरकार ने कठोर कार्रवाई नहीं की है। मीणा ने कहा कि करौली में नए साल के मौके पर हिंदू समाज के जुलूस पर भारी पथराव और आगजनी हुई। लेकिन वहां भी गहलोत सरकार ने उस घटना के मुख्य आरोपी कांग्रेसी पार्षद मतलूब अहमद को गिरफ्तार नहीं किया। जबकि मतलूब अहमद पीएफआई से जुड़ा हुआ भी है। मीणा ने आरोप लगाया कि राजस्थान में पीएफआई सरकार के संरक्षण में पूरी तरह से सक्रिय है। रोज नए-नए कांड हो रहे हैं जबकि सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी है। इसके अलावा जोधपुर में हुई हिंसा, भीलवाड़ा उपद्रव और उदयपुर में हुई कन्हैयालाल हत्याकांड के साथ-साथ अलवर में हरीश जाटव की मौत का जिक्र करते हुए कहा कि झालावाड़ में कृष्णा वाल्मिकी, उदयपुर में कन्हैयालाल और अलवर में हरीश जाटव के साथ योगेश जाटव को पीट पीटकर मार दिया गया। लेकिन राजस्थान सरकार उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार को आडे हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि अगर कोई मामला वर्ग विशेष से जुड़ा होता तो कांग्रेस हाय तौबा मचा देती हैं जबकि रोज हत्या बलात्कार जैसे बहुत सारे मामलों में वो चुप है। मीणा ने जयपुर में ईदगाह के पास कावड़ियों पर हुए हमले का भी जिक्र किया। मीणा ने कहा कि मालपुरा, टोंक और करौली में बहुसंख्यक समुदाय पलायन को मजबूर है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने जनाक्रोश यात्रा के द्वारा जनता के साथ वादाखिलाफी के कारण शुरू की है।