रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। दुनिया कितनी स्वार्थी है। इस बात का अंदाजा बेरोजगारों के लिए सर्दी और बारिश में डटे हुए डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा से धरना स्थल पर बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं की मुलाकात करने पर प्रमाणित हो रही है। जबकि हकीकत यह कि डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का यह पहला धरना नहीं है, इससे पहले बहुत से धरने कर चुके हैं और सभी धरनों में डॉक्टर मीणा सफल हुए थे। लेकिन उस समय चुनावी साल नहीं होने की वजह से कोई भी नेता डॉ किरोड़ी लाल मीणा के समर्थन में ना तो खड़े हुए हुआ और नहीं सहयोग दिये।

हैलो सरकार संवाददाता ने जब धरना स्थल पर श्री मीणा से वार्तालाप की उन्होंने बताया कि प्रदेश में बेरोजगार युवाओं पर हो रहे अत्याचार एवं उनकी जायज मांगों को लेकर आज सातवें दिन प्रदेश के युवाओं के साथ धरने पर बैठा हूं।

सोमवार को धरना स्थल पर जयपुर शहर लोकसभा सांसद श्री रामचरण बोहरा, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री अशोक परनामी, पूर्व शिक्षा मंत्री अजमेर उत्तर से विधायक श्री वासुदेव देवनानी, पूर्व मंत्री श्री रोहिताश शर्मा, पूर्व मंत्री श्री कैलाश वर्मा, पूर्व विधायक डॉ सुरेश चौधरी, पूर्व विधायक श्री कन्हैया लाल मीना, श्री मोती लाल पूर्व विधायक रूपवास, श्री गोपी चंद गुर्जर पूर्व विधायक नगर, पूर्व विधायक श्रीमती प्रमिला कुंडेरा, श्री बिरदी चंद शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष हरियाणा ब्राह्मण समाज, अभिमन्यु सिंह राजवी सहित धरना स्थल पर पहुँचे।
उन्होंने बताया कि रीट, एसआई, कांस्टेबल, वरिष्ठ अध्यापक आदि पेपर लीक प्रकरण की सरकार हठधर्मिता छोड़ सरकार को प्रदेश के युवाओं के हित में सीबीआई जाँच करानी चाहिए। कोराना काल में अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी तरीक़े से चिकित्सा विभाग के साथ कंदे से कंदा मिलाकर चलने वाले सीएचए अभ्यर्थियों को सरकार को रोज़गार देना चाहिए, बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती में रिक्त 4015 पदों क़ो मिनीमम पासिंग मार्क्स में शिथिलता देकर भरा जाए। जिससे बेरोज़गार बच्चों को रोज़गार मिल सके।

डॉ किरोड़ी लाल मीणा अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा मुख्यमंत्रीजी प्रदेश के युवाओं की मेहनत पर डाका डालने वाले डकैतों पर कार्यवाही करनी चाहिए। पेपर लीक से प्रदेश का युवा ठगा सा महसूस कर रहा है। मुखिया जी प्रदेश का युवा सब कुछ देख रहा है। आने वाले चुनावों में वोट की चोट पर बाहर का रास्ता दिखाना भी जानता है।
अब देखना होगा कि क्या गहलोत सरकार डॉक्टर किरोड़ी लाल की मांगों को मानती है या नहीं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। बहरहाल, धरना स्थल पर डॉ किरोड़ी लाल मीणा बज्रपात के रूप में डटे हुए हैं।