विक्रम घाटी
हैलो सरकार न्यूज नेटवर्क
बस्सी। जयपुर जिले के तहसील बस्सी के ग्रामीण क्षेत्रों में कई वर्षों के इंतजार के बाद बनी सड़कें अभी तक बनकर भी तैयार ही नहीं हुई, उससे पहले ही ओवरलोड वाहनों ने नई नवेली सड़कों के परखच्चे उड़ा दिए।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग कुंभकर्णी नींद में सो जाने के कारण ओवरलोड वाहनों ने 6 महीने के अंदर अंदर बनी सड़के क्षतिग्रस्त होने से दुर्दशा की शिकार बन गई। अभी हाल ही में ग्राम पंचायत घाटा के घाटी गांव में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाई गई सड़क कुछ ठेकेदारों द्वारा अपने निजी स्वार्थ के लिए ओवरलोड वाहन चलाकर रोड को जगह-जगह से तोड़ दिया गया है। जिससे गांव के लोगों में भारी रोष है। इतना ही नहीं, क्षतिग्रस्त सड़कों की शिकायत गांव के युवाओं ने प्रशासनिक अधिकारियों को की थी, लेकिन अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

हैलो सरकार को स्वामी विवेकानंद युवा मंडल खो घाटी के अध्यक्ष विक्रम मीणा ने सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय मोहनपुरा के अधिकारी को पत्र लिखकर भारी वाहनों के ओवरलोड वाहनों के चलाने पर रोक लगाने की मांग की है।
उन्होंने हैलो सरकार को बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग मोहनपुरा के अधिकारी को कई बार पत्र लिख चुके हैं परंतु कोई सुनवाई नहीं होती है। वे बताते हैं, बड़ी मुश्किल से गांव में सड़के बनती है परंतु उन सड़कों पर भारी ओवरलोड ट्रक तथा ट्रैलर चलने से बनने से पहले ही टूट कर खराब हो जाती है। जिससे सरकार को भारी नुकसान होने के साथ-साथ आम जनता को टूटी-फूटी सड़कों पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने अपने पत्र में बताया कि ठेकेदार जीतमल गुर्जर व अन्य ठेकेदार ठेकेदारों के आतंक से आम जनता के साथ-साथ स्कूल जाने वाले बच्चों को भी ओवरलोड वाहनों से सड़क क्षतिग्रस्त होने पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सड़क को क्षतिग्रस्त करने वाले ओवरलोड वाहनों पर तुरंत रोक लगानी चाहिए अन्यथा आम जनता को विभाग की लापरवाही के फलस्वरूप जन आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
अब देखना होगा कि क्या सार्वजनिक निर्माण विभाग या स्थानीय प्रशासन ओवरलोड वाहनों को ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर चलाने पर रोक लगाते है या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। बहरहाल, क्षतिग्रस्त सड़कों पर बरसात का पानी जमा हो जाने के कारण स्कूल के बच्चे तथा आम को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।