रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। राजस्थान में पहली बार अध्यक्ष सहित पूरी कार्यकारिणी निर्विरोध रूप से निर्वाचित होने की संभावना बन चुकी है। आपसी समझाइश के बाद राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर वैभव गहलोत निर्विरोध निर्वाचित होंगे। वैभव गहलोत के खिलाफ बागी गिरिराज सनाढ्य और नांदू गुट ने नामांकन वापस लेने का फैसला किया है। ऐसे में वैभव गहलोत समेत सीपी जोशी गुट के सभी 6 प्रत्याशियों की जीत पक्की हो गई है। आरसीए के इतिहास में ये पहली बार होगा कि अध्यक्ष समेत सभी पदों पर निर्विरोध चुनाव जितेंगे।
नांदू गुट से कोषाध्यक्ष पद के उम्मीदवार विनोद सहारण ने कहा कि राजस्थान के क्रिकेट की भलाई के लिए हमने नाम वापस लेने का फैसला किया है। ऐसे में अध्यक्ष पद समेत सभी 6 पदों पर हमारे प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया है ताकि राजस्थान के क्रिकेट इतिहास में पहली बार निर्विरोध निर्वाचन हो सके। हम भविष्य में भी आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत के साथ मिलकर राजस्थान क्रिकेट की भलाई के लिए काम करेंगे। ताकि प्रदेश के क्रिकेट को और बेहतर बनाया जा सके।



मीडिया से मुखातिब होते हुए वैभव गहलोत ने कहा कि 3 साल पहले हमने राजस्थान क्रिकेट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की शुरुआत की थी। इसके तहत जयपुर में जहां इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम निर्माण कार्य की शुरुआत हो गई है। वहीं, जोधपुर में बरकतुल्लाह खा क्रिकेट स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए तैयार कर लिया गया है। इसके साथ ही उदयपुर में यूआईटी से नए क्रिकेट स्टेडियम के लिए जमीन मिल चुकी है। जहां अगले कुछ दिनों में स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। हमारा लक्ष्य राजस्थान के खिलाड़ियों और क्रिकेट को और बेहतर बनाने का रहेगा।
वहीं, इससे पहले गुरुवार को आरसीए के मुख्य चुनाव अधिकारी सुनील अरोड़ा ने स्क्रूटनी के बाद प्रत्याशियों की फाइनल लिस्ट जारी की थी। इसके तहत आरसीए के 6 पदों के लिए 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। वहीं, आज शाम 6 बजे तक प्रत्याशियों को नाम वापस लेने का वक्त दिया गया था।
ऐनवक्त पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने मोर्चा संभालने से सारे समीकरण बदल गए। राजेंद्र सिंह नांदू गुट के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मुकेश शाह ने कहा कि आज हमारी विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से बातचीत हुई थी। उन्होंने हमारी सभी मांगों को पूरा करने के साथ बिना किसी भेदभाव के क्रिकेट के विकास का वादा किया है। ऐसे में हमने जोशी से बातचीत के बाद अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया है। हम चाहते हैं कि राजस्थान के क्रिकेट की प्रथा बदले और बिना विवाद के हर बार इसी तरह निर्विरोध अध्यक्ष और कार्यकारिणी का चुनाव किया जाए।
आम सहमति बनने का मुख्य कारण
नागौर, श्रीगंगानगर, अलवर, भरतपुर और धौलपुर को डिस क्वालीफाई किया गया था। जिसकी वजह से इन जिलों खिलाड़ियों को मौका नहीं मिल पा रहा था। बातचीत में जोशी ने कहा कि सभी जिला संघों के साथ समान व्यवहार किया जाएगा। इस बात पर सहमति बनी है।


24 दिसंबर को मिलेगी नई कार्यकारिणी
आरसीए को नई कार्यकारिणी 24 दिसंबर को मिलेगी। 24 दिसंबर को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की एजीएम होगी। जिसमें जोशी गुट अपने पैनल की घोषणा करेगा।
आरसीए चुनाव के मौजूदा वोटर्स की लिस्ट
अजमेर से राजेश भडाना, अलवर से पवन गोयल, बांसवाड़ा से मनीष देव जोशी, बारां से अभिनव जैन, बाड़मेर से देवाराम चौधरी, भरतपुर से शत्रुघ्न तिवाड़ी, भीलवाड़ा से रामपाल शर्मा, बीकानेर से रतन सिंह, बूंदी से राजकुमार माथुर, चित्तौड़गढ़ से शक्ति सिंह, चूरू से सुशील शर्मा, दौसा से प्रदीप नागर, धौलपुर से सोमेंद्र तिवाड़ी, डूंगरपुर से सुशील जैन, हनुमानगढ़ से मनीष धारनिया, जयपुर से अमितराज, जैसलमेर से विमल शर्मा, जालोर से सतीश व्यास, झालावाड़ से फारुख, झुंझुनूं से राजेंद्र राठौड़, जोधपुर से शैतान सिंह, करौली से शिवचरण माली, कोटा से अमीन पठान, नागौर से राजेंद्र नांदू, पाली से धर्मवीर, प्रतापगढ़ से चंद्रेश आंजना, राजसमंद से गिरिराज सनाढ्य, सवाई माधोपुर से सुमित गर्ग, सीकर से सुभाष जोशी, सिरोही से संयम लोढा, श्रीगंगानगर से विनोद सहारण, टोंक से विवेक व्यास और उदयपुर से महेंद्र शर्मा के नाम के साथ ही तीन पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों में सलीम दुर्रानी, गगन खोड़ा और पंकज सिंह थे।