हैलो सरकार क्राइम रिपोर्टर
भरतपुर : राजस्थान के भरतपुर जिले के पहाड़ी कस्बा में एक डॉक्टर ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
डॉक्टर ने साधारण प्रकृति की चोटों को गंभीर प्रकृति की चोटें दिखाने की एवज में रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने पर डॉक्टर मोहन सिंह को मौके पर अरेस्ट किया गया। अरेस्ट होते ही पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम के बारे में जैसे ही अस्पताल के डॉक्टरों को भनक लगी वैसे ही अपने-अपने तुके लगाकर भागने में सफल हुए।

चौंकाने वाली घटना उस समय घटित हुई जब आरोपी डॉक्टर मोहन सिंह को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार करने की कोशिश की। अचानक आरोपी डॉक्टर के लोगों ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम पर हमला बोल दिया तथा टीम के साथ मारपीट करके आरोपी डॉक्टर मोहन सिंह को छुड़ाने का प्रयास किया। परंतु पहाड़ी पुलिस मौके पर पहुंच जाने के कारण टीम के हमलावर आरोपी डॉक्टर को छुड़ाने में कामयाब नहीं हुए। एसीबी की कार्रवाई भरतपुर में एसीबी की कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने आरोपी डॉक्टर को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ शुरू कर दी।
आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई का संपूर्ण शिकंजा महेश मीणा, सहायक पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के नेतृत्व में कसा गया। तब जाकर डॉक्टर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम के हत्थे चढ़ा। यदि समय रहते हुए आरोपी डॉक्टर को थोड़ा-बहुत मौका मिल जाता तो शायद आरोपी डॉक्टर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम पकड़ने में कामयाब नहीं होती।