रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। पुरानी नंबर प्लेटों से राजस्थान में वाहन अब तक धड़ल्ले से चल रहे थे, लेकिन अब पुरानी नंबर प्लेट से वाहन चलाना महंगा साबित हो सकता है।
जी हां, यह बात पूरी सौलह आने सही है। राजस्थान पुलिस ने 1 अप्रैल 2019 से पहले के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के नियमों के चलते सख्ती बरतने पर राजस्थान के वाहन मालिकों के लिए आफत बनकर सामने खड़ी हो गई। राजस्थान पुलिस पड़ोसी राज्यों के पुलिस नियमों का हवाला देकर से 10 हजार रुपए का चालान कर रही है, जबकि राजस्थान में पुराने वाहनों पर नई नंबर प्लेट लगना शुरू नहीं हुआ है। यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जाने वाली सैकड़ों गाड़ियों पर रोजाना जुर्माना लग रहा है। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने दिसंबर 2018 में मोटर व्हीकल एक्ट में 1 अप्रैल 2019 के बाद खरीदे गए वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य किया था। इसके लिए दो साल दिए थे। राजस्थान में नए वाहन डीलर तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगा रहे हैं। प्रदेश में 50 लाख पुराने वाहनों पर नए नंबर प्लेट लगाना अभी बाकी है।

आपको बता दे, सड़क परिवहन मंत्रालय ने 1 अप्रैल 2019 से पहले के वाहनों पर एचएसआरपी के दो विकल्प दिए थे। पहला वाहन डीलर्स को यह काम सौंप दिया जाए और दूसरा कोई कंपनी इसे क। यूपी, एमपी, बिहार, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, ओडिशा सहित कई राज्यों एचएसआरपी का काम डीलर्स को दिया है, लेकिन राजस्थान प्रदेश के परिवहन विभाग ने अभी तक निर्णय ही नहीं लिया है।
मजे की बात है कि राजस्थान प्रदेश के फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने परिवहन विभाग से कई बार दूसरे राज्यों का मॉडल लागू करने का अनुरोध कर चुके है। लेकिन परिवहन विभाग के कानों से से जू नहीं रैक कर रही है। प्रमुख शासन सचिव, परिवहन विभाग आनंद कुमार का कहना है कि इस बारे में फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन भी संपर्क किया है। उन्होंने बताया कि मामला कमिश्नर के पास पेंडिंग है। सोमवार तक इसका समाधान कर देंगे। लेकिन 4 साल गुजारने के बावजूद भी राजस्थान सरकार का परिवहन विभाग इस बात को नजर अंदाज कर रहा है।

यह कहना गलत ना होगा कि यदि समय रहते हुए राजस्थान सरकार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बारे में समाधान कर देती तो आज राजस्थान की वाहन मालिकों को भारी भरकम जुर्माना का सामना नहीं करना पड़ता। अब देखना होगा कि क्या राजस्थान सरकार हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बारे में समाधान करती है या नहीं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। बहरहाल, पुलिस और वाहन मालिकों के बीच काफी नोंक-झोंक और झड़पबाजी होने के बाद वाहन मालिकों को भारी-भरकम जुर्माना अदा करना पड़ रहा है।