रवि प्रकाश जूनवाल
हैलो सरकार ब्यूरो प्रमुख
जयपुर। बुधवार को विश्व आदिवासी दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ भारत के कोने-कोने में मनाया गया। आदिवासी जनजाति के लोगों ने इस पावन पर्व पर अपनी-अपनी कलाकृतियों का रंग बिखेर कर पूरा देश का माहौल खुशनुमा बना दिया।

राजस्थान प्रदेश में विश्व आदिवासी दिवस दौसा जिले के नांगल प्यारी वास स्थित मीणा हाईकोर्ट नामक प्रसिद्ध स्थान पर प्रमुखता से मनाया गया। जहां पर लाखों की संख्या में आदिवासियों ने विश्व आदिवासी दिवस में भाग लेकर अपनी-अपनी कलाकृतियों की प्रस्तुत दी। हालांकि लोगों को इस बात की उम्मीद थी कि राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा की ईआरसीपी पर जरूर बड़ा खुलासा करेंगे। लेकिन लगता है केंद्र सरकार से तरफ से हरी झंडी नहीं मिलने के कारण राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने की ईआरसीपी पर कोई वक्तव्य नहीं दिया।


जयपुर शहर में इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान के सभागार में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। जिसमें जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने अपने स्वागत भाषण के दौरान देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज भी एससी एसटी ओबीसी और माइनॉरिटी के साथ बाद भेदभाव किया जा रहा है। यहां तक की भारतीय न्यायपालिका में एससी एसटी ओबीसी और माइनॉरिटी का प्रतिनिधित्व ऊंट के मुंह में जीरे से भी काम है। उन्होंने देश की राजनेताओं को कोसते हुए कहा कि ये लोग समाज में आकर एससी एसटी ओबीसी और माइनॉरिटी समुदाय के बीच जाकर मीठी-मीठी लालच पूर्ण बातें कर वोट तो हासिल कर देते हैं, परंतु उनकी समस्याओं पर बिल्कुल ही ध्यान नहीं देते हैं। उन्होंने यहां तक बताया की एससी एसटी ओबीसी और माइनॉरिटी के जागरूक लोग अपनी समस्या के बारे में सरकार को पत्र लिख लिखकर थक जाते हैं। परंतु सरकार एक भी पत्र पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं करती है। वह बात अलग है कि जब सरकार सुनवाई नहीं करती है तो मजबूरन जनता को आंदोलन करना पड़ता है।

इसी प्रकार जगतपुरा स्थित इंदिरा गांधी नगर में भी विश्व आदिवासी दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस पावन पर्व पर आदिवासियों ने भूमि पूजन कर एक भव्य इमारत बनाने के लिए लगभग 2 करोड रुपए का चंदा इकट्ठा होने की खबर सामने आई है।